जल जीरा शरबत रेसिपी :
जल जीरा शरबत शरीर की अतिरिक्त गर्मी कम करने के लिए बेहद लाभकारी शरबत है। जीरे में मौजूद औषधीय गुणों के कारण कई आयुर्वेद औषधियों में इसका उपयोग किया जाता है। घरेलु इलाज के तौर पर इसका उपयोग घर घर में होता आ रहा है।
मसालो में इस्तेमाल होने वाला जीरा एक अद्भुत औषधी भी है। इसमें भरपूर मात्रा में फायबर पाया जाता है, आयरन, मैग्नेशियम,कॉपर, कैल्शियम,पोटैशियम,ज़िंक जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है। इसमें विटामिन ए, ई, सी, बी - कॉम्प्लेक्स भी अच्छी मात्रा में पाए जाते है।
जीरा एक उत्तम एन्टी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। जीरे में एंटी-इंफ्लेमेंटरी,एंटी-बैक्टीरियल,एंटी-फंगल जैसे गुण होने के काऱण किसी भी तरह के इंफेक्सशन से बचाता है। जीरा शरबत गरमी में पीने से पेट संबंधी गर्मी की समस्या तथा पाचन संबंधी समस्या दूर करने में बेहद उपयुक्त होता है।
जीरे के अलावा इसमें मौजूद अन्य सामग्री के लाभ :
१) सौंफ हमारे पाचन तंत्र को सुधारता है, मुँह की दुर्गन्ध को दूर करता है,श्वसन संबंधी समस्या में उपयुक्त होता है। इसके अलावा शरीर को ठंडक देती है, सौंफ याददाश्त को बढाती है, आँखो रोशनी में सुधार लाता है।
२) काला नमक पाचन में बेहद फायदेमंद होता है।एंटी-बैक्टीरियल होता है,जो शरीर को डिटॉक्स करता है।
३) काली मिर्च भी पाचन शक्ति को सुधार कर भूक बढ़ाने में सहायक होती है।
४) सेंधा नमक वात,पित्त,कफ जैसे त्रिदोषों को संतुलित करता है।
५) पुदीना हाजमे को दुरुस्त रखती है। रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। पुदीने के पत्ते में मौजूद मेंथॉल मांसपेशियों आराम देता है। इसी लिए पुदीना जूस पीना लाभकारी होता है।
६) हरे धनिये के पत्ते पेट संबधी समस्या को दूर करके पाचन शक्ति को अच्छा रखता है। धनिया के पत्ते गठिया, डायबिटीज,कफ,मासिक धर्म,थायरॉइड,आँखो संबधी समस्याओ बेहद लाभकारी होते है।
तो आइये बनाते है यह स्वास्थवर्धक,पाचक और हमारे शरीर को गर्मी के तपन से राहत देनेवाला बहुगुणी जल जीरा सरबत।
जल जीरा शरबत
जल जीरा शरबत की आवश्यक सामग्री: Jal Jeera Main Ingredients
- २ बड़े चम्मच साबुत जीरा- (Cumin seeds)
- ७-८ काली मिर्च दाने- (Black paper seeds)
- १ छोटा चम्मच सौंफ- (Saunf)
- १ छोटा चम्मच आमचूर पाउडर- (Dry Mango Powder)
- अदरक छोटा टुकड़ा- (Ginger)
- १ छोटा चम्मच चाट मसाला-(Chat Masala Powder)
- ४ चम्मच मिश्री-(Rock Sugar)
- १ चुटकी हींग-(Asafoetida)
- १/२ छोटा चम्मच सेंधा नमक- (Rock Salt)
- १ छोटा चम्मच काला नमक- (Black Salt)
- १/२ कप पुदीना के पत्ते- (Mint Leaves)
- १/४ कप धनिया के पत्ते- (Coriander Leaves)
- १ नींबू का रस - (Lemon juice)
- १ लीटर पानी-(Water)
जल जीरा सरबत बनाने की विधि :How to make jal jeera sharbat recipe
- जीरा शरबत बनाने के लिए सबसे पहले जीरा,सौंफ २-३ घंटे पानी में भिगोकर रख दिजिये।
- पुदीना और धनिये के पत्ते को अच्छी तरह साफ करके और धोकर अलग रख दीजिये।
- अदरक को छीलकर बारीक़ टुकड़े कर लीजिये।
- मिश्री और काली मिर्च को पीसकर पाउडर बनाकर अलग रख दिजिये।
- जीरा जब अच्छी तरह भीग जाये तब छलनी से पानी छानकर निथार लिजिये।
- अब मिक्सर जार में भिगोया हुआ सौंफ,जीरा,पुदीना के पत्ते और हरा धनिये,अदरक के बारीक़ किये हुए टुकड़े डालकर एकदम बारीक़ पीस कर पेस्ट बना लीजिये।
- पीसे मसालों की पेस्ट में थोडासा पानी मिलाकर छान लिजिये।
- अब उसमे मिश्री और काली मिर्च पाउडर,नींबू का रस,हींग,आमचूर पाउडर,चाट मसाला,स्वाद के अनुसार काला और साधा नमक इसमें अच्छी तरह मिलाकर मिक्स कर लिजिये।
- लीजिये अब तैयार शरबत गिलास डालकर बर्फ मिलाकर ठंडा सर्व करे।
सुझाव :Tips
- शरबत में मिश्री जगह चीनी भी डाल सकते है।
- जलजीरा बिना मिश्री या चीनी भी डालकर बना सकते है।
- जीरे,सौंफ को भूनकर पाउडर बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते है।
- आप ज्यादा खट्टा पसंद करते हो तो इमली पेस्ट भी डाल सकते है।
- आप इसमें अदरक की जगह सोंठ पाउडर भी डाल सकते है।
- शरबत सर्व्ह करते समय उपरसे बूंदी भी डाल सकते है।
🌼 जल जीरा शरबत के फायदे :Health Benefits of Jal Jeera drink / Sharbat
👉 पाचन तंत्र को सुधार में सहायक: जीरा पाचन संबधी सभी समस्याओ को दूर करके पाचन तंत्र को दुरुस्त कर उसे हेल्दी बनता है।
👉 रोगप्रतिकार शक्ती को बढ़ता है :नियमित रूप से जीरा शरबत या जीरा पानी पीने से रोगप्रतिकारक शक्ती में सुधार आता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट,आयरन से रोगप्रतिकारक शक्ती बढकर बीमार पड़ने की संभावना कम हो जाती है।
👉शरीर का शुद्धी करन :जीरा में विपुल मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण शरीर को डिटॉक्सीफ़ाय करने में सहायक होता है।शरीर की अशुद्धी दूर होने के कारण शरीर के अंदरूनी अंगो की कार्यक्षमता बढ़कर शरीर तंदरूस्त होता है।
👉हड्डीओं को मजबूत करता है: जीरे में कैल्शियम,विटामिन ए ,बी १२ जैसे तत्व होते है,जो हड्डियां मजबूत करता है।एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण होने से शरीर की सूजन कम होती है। इसके नियमित सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या में फायदा देता है।
👉 एसिडीटी को कम करता है : एसिडिटी के कारण पेट में होने वाला दर्द और सीने में होने वाली जलन में आराम देता है।
👉अनिमिया:महिलाओं को अनिमिया के कारण होने वाली थकान तथा तनाव को जीरा शरबत कम करता है।
👉 भूक बढ़ाता है:अगर भूक कम लगती है तो जीरा शरबत पीने से पाचन में सुधार होकर भूक लगने लगती है।
👉 मासिक धर्म:मासिक धर्म में होने वाली पेट दर्द, मतली,ऐठन जैसी समस्याओ में जीरा पानी तथा शरबत
पीने से विशेष फायदा होता है।
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