How to make sabudana-khichdi-recipe | vrat khichdi recipe

Sabudana ki khichdi


साबुदाना खिचड़ी (sago khichdi) यह व्रत में खाये जाने वाले भारतीय व्यंजनों मे से सबसे पसंदीदा और पॉप्युलर रेसिपी है।भारतीय त्यौहार/व्रत महाशिवरात्री, नवरात्री और एकादशी, जन्माष्टमी जैसे अवसर पर साबूदाना खिचड़ी (vrat ki khichdi) खासतौर पर बनायी जाती हैं।

आजकल साबूदाना खिचड़ी को स्नैक के रूप में भी काफी पसंद किया जाता है। बच्चो से लेकर बडो तक सबका पसंदीदा नाश्ता है।  तो में आइए इस व्रत की रेसिपी को स्टेप बाय स्टेप बनाना सिखते है।

sabudana-khichadi-sago-recipe


व्यंजन प्रकार: महाराष्ट्रियन व्रत(स्नैक)रेसिपी
कितने लोगों के लिए:3
खिचड़ी के लिए लगने वाला कुल समय:25 मिनट
तैयारी के लिए लगने वाला समय:20
पकाने के लिए समय : 5

👉 साबुदाना खिचड़ी बनाने की सामग्री : Sabudana Khichdi Ingredients 

सामग्री Ingredients in English
1 कप साबुदाना 1 cup Sago
1/2 कप मूंगफली के दाने 1/2 cup Groundnut
2 हरी मिर्च 2 Green Chili
1 बड़ा आलू 1 Potato
1 चम्मच शक्कर 1 TBS Sugar
कसा हुआ नारियल Grated Fresh Coconut
हरा धनिया Green Coriander leaves
रिफाइंड तेल/घी refind Oil/Ghee
सैंधा नमक स्वाद के अनुसार  Sendha Salt/Rock Salt

👉 खिचड़ी बनाने की विधि : Step by step process of making Sago Khichdi


 स्टेप 1: साबुदाना को भिगोए रखना

  • सबसे पहले साबुदाना भिगोने के लिए साबुदाना साफ करके साबुदाना को पानी से दो, तीन बार हल्के हाथों से धोले, ताकी उसका स्टार्च निकल जाये। (ज्यादा रगड़े नहीं)
  • फिर उस पर थोड़ा पानी (1/4 कप) डालकर 6 से 8 घंटे या रातभर के लिए वैसे ही रहने दे। ताकी साबुदाना पानी सोक ले और वह फूल सके।
  • साबुदाना भीगने के बाद फूलकर डबल हो जाते है।
  • 6 घंटे बाद साबुदाना उगलियो के बीच दबाकर चेक करे, अगर वह अच्छी तरह मसल (स्मैश) हो रहा हैं तो वह खिचड़ी बनाने के लिए तैयार है। (आप चाहे तो रातभर भिगोकर भी रख सकते है)।
  • अगर साबुदाना स्मैश नही हो और सख्त महसूस हो तो थोड़ासा पानी छिड़क कर २०-२५ मिनिट भीगने के लिए रख दीजिए। 
स्टेप 2: पुर्व तैयारी 
  • आलू को छीलकर छोटे छोटे पतले टुकड़े करके पानी में डालकर रख दीजिए ताकि वह काले ना पड़े।
  • अब हरी मिर्च के भी छोटे छोटे टुकड़े काटकर रख दीजिए।
  • कढ़ाई में मूंगफली के दानो को डालकर धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भून लिजिए।
  • जब मूंगफली दानों के छिलके बाहर से हल्के काले हो जाए और चटकने लगे तब एक प्लेट में निकालकर ठंडा कर लीजिए।
  • ठंडा होने के बाद उसके छिलके निकालकर उसे हल्का मोटा-मोटा कूट ले।
  • मूंगफली को मिक्सर ग्राइंडर में पीस रहे हैं तो पल्स करते हुए हल्का दरदरा पीस लें।
  • अब बाउल में भिगोये हुआ साबुदाना लेकर उसमे मूंगफली का पाउडर, नमक डालकर अच्छी तरह मिक्स करे , ताकी वह अच्छी तरह मिक्स हो जाए।
स्टेप 3: खिचड़ी को बनाने की विधि।
  • एक नॉनस्टिक/मोटे तल वाली कड़ाई में देसी घी डालकर उसमे साबुत जीरा, लंबी कटी हुई हरीमिर्च डालकर थोड़ा भुन ले।
  • फिर उसमे आलू के टुकड़े डालकर ऊपर से ढक्कन लगाकर 2 मिनिट हल्का ब्राऊन होने तक पकाइये।
  • आलू पकने के बाद ने उसमे साबूदाना का (ऊपर स्टेप 2 में बनाया हुआ ) मिश्रण डाले।
  • अब उसमे थोड़ी सी चीनी डालकर ऊपर से थोड़ासा एक,दो छोटे चम्मच दूध या छाछ छिड़ककर अच्छी तरह मिक्स कर लीजिए।
  • ज्यादा दूध या पानी ना छिडके, नहीं तो वह चिपचिपी हो जाएगी।
  • ऊपर से ढक्कन लगाकर धीमी आँच पर 2 मिनिट पकने दें।
  • 2 मिनट बाद ढक्कन खोलकर हल्के हाथों से करछी चलाकर फिर ढक्कन लगाकर पकने दें।
  • बिच बिच में करछी की मदत से उसे चलाते रहे | ताकि कढ़ाई के तले में चिपककर खिचड़ी न जले ।
  • लगभग 5 से 7 मिनट पकने के बाद जब साबुदाना ट्रांसपेरेंट हो जाए तब गैस बंद करे। 
  • लिजिए स्वादिष्ट गरमागरम साबुदाना खिचड़ी (sabudana ki khichdi) तैयार है।
  • परोसते समय हरा धनिया, ग्रेटेड फ्रेश कोकोनट गार्निशिंग करे ।
  • साबुदाना खिचड़ी के साथ दही हो तो खिचड़ी और भी स्वादिष्ट लगती है।

👉टिप : Tips for Making Sabudana Khichdi

  • साबुदाना खिचड़ी बनाते समय कच्चे आलू की जगह उबले हुए आलू भी डाल सकते है ।
  • खिचड़ी में हरी मिर्च की जगह काली मिर्च भी डाल सकते है।
  • जैसे हम सिंगदाना पाउडर खिचड़ी में डालते है, वैसे ही थोड़ा भूनाहुआ साबुत सिंगदाना भी डाले तो स्वाद और बढ़ जाता है।
  • आप चाहे तो साबुदाना खिचड़ी के उपर नींबू का रस निचोड़कर भी खा सकते है।
  • साबूदाना में स्टार्च होता है, इसलिए इसे अच्छी तरह धोना जरूरी है नहीं तो खिचड़ी चिपचिपी बन जायेगी।
  • अगर खिचड़ी में कड़ीपत्ता पसंद करते है, तो उपयोग कर सकते है।
  • साबुदाना भीगने सॉफ्ट होने के बाद ये सुनिश्चित करें कि उसमें अतिरिक्त पानी ना हो नही तो खिचड़ी चिपचिपी हो सकती हैं।
  • साबुदाना की गुणवत्ता के अनुसार(साबुदाना बड़े या छोटे आकार के होते है) भीगने का समय और पानी कम या ज्यादा लग सकता है।
  • मूंगफली के दानों को एकदम बारीक ना पिसे, दरदरा पिसे।बारीक पीसने से खिचड़ी चिपचपी बन जायेगी ।
  • आप साबूदाना खिचड़ी बिना व्रत के नाश्ते के रूप में बना रहे हैं तो उसमें टमाटर, सब्जियां और कुछ मसाले मिलाकर भी बना सकते हैं।

👉साबूदाना के सेवन से होने वाले फायदे: Benefits of Sabudana/Sago 


  • साबुदाणा मे डायटरी फायबर  होता है, जो हमारे चयापचय क्रिया में सुधार लाता है और हृदय रोग होने की संभावना कम होती  है।
  • अगर आप साबूदाना ब्रेकफास्ट में लेते हैं, तो दिन भर चुस्ती, फुर्ती और ऊर्जा बनी रहती है। शरीर को थकावट महसूस नहीं होती।
  • साबूदाना में प्रोटीन और कैल्शियम,विटामिन सी होने के कारण शरीर का पोषण होता है।
  • साबूदाना मे आयरन की मात्रा अधिक होती है, जिसके कारण एनीमिया (खून की कमी) जैसी समस्या दूर होने में मदत होती है।
  • साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट और कैलरी होने से जो लोग वजन बढ़ाना चाहते है, उनके लिए उपयुक्त होता है।
  • साबूदाना में भरपूर मात्रा में पोटेशियम,फॉस्फोरस,फोलिक एसिड होता है जो हमारे खून के बहाव बेहतर बनाता है और रक्त चाप कंट्रोल में रखने में सहायक होता है।
  • साबूदाना में फोलेट नामक तत्व जाता है, जो हमारे  मस्तिष्क के संबंधित कई समस्याओं को दूर करने में  सहायक होता है। 

👉सावधानी/परहेज  :
  • साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जिससे शुगर का स्तर बढ़ सकता है, इसीलिए मधुमेही व्यक्तियों को साबूदाना का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए । 
  • साबूदाना में कैलरी अधिक मात्रा में होती है, वेट गेन / मोटापे की समस्या वाले व्यक्तियों ने साबूदाना का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।

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