डायजेस्टिव मुखवास रेसिपी : यह पाचक मल्टी सीड आयुर्वेदिक मुखवास हमारे खाये हुए अन्न को पचाने में मदत करता है और हमारा हाज़मा भी अच्छा रखता है| हमें खाने के बाद जरूर मुखवास खाना चाहिए | तो आइए बनाते है पाचक मुखवास|
डायजेस्टिव मुखवास रेसिपी
सामग्री :
- १०० ग्राम सौफ
- २० ग्राम अजवायन
- २० ग्राम जीरा
- १०० ग्राम धनिया दाल
- २५ ग्राम सफ़ेद तिल
- २५ ग्राम काले तिल
- २० ग्राम मगज बीज
- २० ग्राम मिश्री
- ३० ग्राम अलसी के बीज
- २ बड़े निम्बू का रस
- स्वाद के नुसार काला नमक
- १ चम्मच मुलेठी पाउडर
- १ चम्मच दालचीनी पाउडर
- १ चम्मच सौंठ पाउडर
- हल्दी पाउडर
बनाने की विधि :
- निम्बू के रस में हल्दी और काला नमक डालकर अच्छी तरह से मिक्स करे |
- फिर सौफ, अजवाईन और जीरा अलग अलग निम्बू के रस में ढककर दो घंटे भिगाईये |
- दो घंटे बाद जब वह फुल जायेगे, फिर उन्हें धुप में अच्छी तरह सुखा लीजिये |
- अच्छी तरह सूखने के बाद नॉनस्टिक पैन में सुखाहीं भुन लीजिये |
- फिर नॉन स्टिक पैन बाकी सामग्री जैसे अलसी के बीज, धनिया दाल, सफ़ेद तिल, काले तिल, मगज बीज एक एक करके मिडियम गैस पर हल्का भुन ले, लगातार करछी से हिलाते रहे, ताकी जले ना |
- फिर सारी भुनी हुई सारी सामग्री एक थाली में लेकर मिक्स करले | अब इसे ठंडा करले |
- फिर उसमे मुलेठी पावडर,दालचीनी पावडर,सौंठ पाउडर,मिश्री की पाउडर मिलाकर अच्छी तरह मिक्स करे |
- इस तरह बनी हुए आयुर्वेदिक मुखवास को एयर टाइट जार में भर के रखिये |
टिप :
- डायजेस्टिव मुखवास दोपहर और रात के खाने के बाद एक छोटा चमच्च खाने से पाचन में सहायक होता है |
- मल्टी सीड होने की वजह से उसमे मौजूद हर पोषक द्रव्यो के फायदे हमें मिलते है |
- अलसी में कई प्रोटीन,विटामिन्स के साथ ओमेगा ३ फैटी एसिड भी पाया जाता है|
- तिल में कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है |
- जीरा और अजवायन पाचन में सहायक होते है |
- अगर आप मीठा नहीं चाहते तो मिश्री ना डाले।
➤ स्वास्थ वर्धक आमला मुरब्बा रेसिपी देखने के लिए यहाँ क्लिक करे |