करीपत्ते की सूखी चटनी:
करीपत्ते की सूखी चटनी (homemade dry curry leaves chutney ) स्वादिष्ट होने के साथ साथ स्वास्थ के लिए भी बेहद लाभकारी होती है। करीपत्ते अंदर कई तरह के पोषक तत्व पाये जाते है, जिससे हमारे शरीर को आवश्यक पोषक द्रव्यो की पूर्ति होती है। करीपत्ता की तासीर/ प्रकृति ठंडी होने से हमारे शरीर को गर्मी से निर्माण होने वाली तकलीफे दूर होती है। इसलिए हमारे रोजाने के आहार मे करीपत्ते की चटनी का समावेश जरूरी होना चाहिए ।
👉 इसमें हम क्या देखेंगे।
करीपत्ते की चटनी के लिए आवश्यक सामग्री:Ingredients for curry leaves chutney
- 2 कप करीपत्ते पत्ते
- 1/2 कप मूंगफली के दाने
- 1/2 कप सफेद तील
- 1/2 कप सुखा नारियल कद्दूकस
- 10-15 लहसुन की कलियाँ
- 1 चम्मच साबुत जीरा
- 1 चम्मच साबुत धनिया
- 2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- नमक स्वादानुसार
- तेल
करीपत्ते की चटनी बनाने की विधि/तरीका : How to make Curry Leaves Chutney
स्टेप 1 : चटनी बनाने की पूर्व तैयारी।
स्टेप 2 : करीपत्ते की चटनी बनाने के स्टेप्स
सुझाव : Tips for making Curry Leaves Chutney
- करिपत्ते की चटनी मे सुखे नारियल की जगह भुनी हुई चनादाल (दालिया) भी डाल सकते है ।
- लाल मिर्च पाउडर की जगह हरीमिर्च का इस्तेमाल कर सकते है ।
- आप इसमे चाहे तो उरद दाल,चनादाल भी डाल सकते है ।
- आप पसंद हो इसमे आमचूर पाउडर या इमली का भी इस्तेमाल कर सकते है ।
🌼 कढीपत्ते में पाये जाने वाले पोषक तत्व : Nutrients found in Curry Leaves
👉 करीपत्ते में मौजूद पोषक तत्व/गुण जैसे की कार्बोहाईड्रेट्स, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नेशियम,एनर्जी, कॉपर, मिनरल, प्रोटीन,आयरन,फॉस्फोरस, वाष्पशील तेल।
👉 निकोटिन एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स,पौधे में पाया जाने वाला नैसर्गिक स्टेरॉइड, अमीनो एसिड, फ्लेवोनॉइड ग्लाइकोसाइड।
👉 आवश्यक विटामिन्स जैसे विटामिन-ए , विटामिन-बी, विटामिन-सी, विटामिन-ई आदि।
🌼 करी पत्ते के स्वास्थ के लिए फायदे : Benefits of Karipatta (Curry Leaves)
- डायबिटीस / मधुमेह में करीपत्ते के फायदे : करीपत्ते मे काॅपर,झिंक,आयरन जैसे तत्व होते है,जो हमारे रक्तशर्करा लेवल को नियंत्रित करने मे सहायक होता है। अगर हम नियमित रूपसे करीपत्ते का सेवन करते है तो हमारे डायबिटीस लेवल में सुधार होता है ।
- एनिमिया और खून की कमी में करीपत्ते के फायदे: करीपत्ते में फोलिक एसिड तथा आयरन होते है, जो रक्त की कमी को दूर करने के लिए सहायता करते है। करीपत्ते का सेवन नियमित रूप से करने से हमारी हीमोग्लोबिन की मात्रा में इजाफा / बढ़ोतरी होती है।
- ह्दयरोग तथा रक्तचाप में करीपत्ते के फायदे : करीपत्ते के अंदर कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है, जिससे रक्त मे मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके एच.डी.एल. (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ता है और हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सहायक होता है। इससे हृदयरोग , रक्तचाप जैसी बीमारियों में सुधार / फायदा होता है।
- लिवर संबंधी सभी समस्या में करीपत्ते के फायदे: करीपत्ते मे मौजूद फाॅलिक एसिड, आयरन अवशोषित करने मे सहायक होता है। लिवर के बैक्टीरिया तथा वायरल इन्फेक्शन दूर करता है। लिवर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने के लिए मदद करता है तथा कार्यशमता बढाता है।
- पेट संबंधी समस्या में करीपत्ते के फायदे : करीपत्ते के अंदर मौजूद फायबर पेट को साफ करके टॉक्सिक (विषैले, विषाक्त) पदार्थ को शरीर के बाहर निकालने का काम करते है। हमारे पाचन संबधी समस्या दूर करके पाचनतंत्र को मजबूत बनाये रखता है ।
- कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में करीपत्ते के फायदे: करीपत्ते मे एथिल एसिटेट, डाइक्लोरोमेथेन, महानिम्बाइन, एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व होने के कारण हमारा कोलेस्ट्रॉल कम करके रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
- कर्करोग / कैंसर में करीपत्ते के फायदे: रिसर्च में ऐसा पाया गया है की करीपत्ते में प्रभावकारी एंटीकैंसर तत्व होते है। इसके अलावा करीपत्ते मे एंटीऑक्सीडेंट और फेनोल्स जैसे तत्व भी पाए जाते है, जो कैंसर जैसी बिमारी से हमारा बचाव करने मे सहायक होता है । विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर , प्रोस्टेट कैंसर , कोलोरेक्टल (बड़ीआंत) के कैंसर में करीपत्ता लाभकारी पाया गया है। इसका सेवन कैंसर की सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
- त्वचा और बालो का आरोग्य में करीपत्ते के फायदे: करीपत्ते मे विटामिन B2, B6, B9 होते है, जो हमारे बालों और त्वचा संबंधी सभी परेशानी मे फायदेमंद/लाभकारी होता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एन्टीइंफ्लामेन्ट्री तत्व होने के कारण फंगल इन्फेक्शन दूर करता है।
- सर्दी और कफ जैसी बिमारी मे करीपत्ते के सेवन से काफी लाभ होता है ।
- आंखो के स्वास्थ्य के लिए इसमे मौजूद विटामिन 'ए' बेहद फायदेमंद होता है ।
- तनाव को दूर करने के लिए करीपत्ते का सेवन बेहद फायदेमंद होता है ।
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