गुड बेसन सेव : गुड और बेसन से बनी हुई यह स्वादिष्ट मिठाई विशेष रूपसे सर्दी, ठण्ड के मौसम में बनाने की परम्परा हमारे देश में सदियो से चली आ रही है| इस मौसम में शरीर को अंदरूनी तौर पर मजबूत और स्वस्थ रखना बेहद जरुरी होता है|
गुड़ और बेसन से बनने वाली यह मिठाई स्वाद के साथ आरोग्य के लिए भी बेहद उपयुक्त है| घर पर मौजूद बहुतही कम सामग्री से यह बेहद स्वादिष्ट पदार्थ हम बना सकते है| इसमें इस्तेमाल की हुई सारी सामग्री सर्दियों में शरीर में गरमाहट के साथ साथ शरीर को आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति भी करती है| महाराष्ट्र के कोंकण में यह मालवणी खाजा के नाम से फेमस है| इसी तरह भारत के कई प्रांतों में इसे गुड़ बेसन सेव, गुड़ पारे,स्वीट सेव, स्वीट मुरुक्कु आदी नाम से जाना जाता है|
गुड़ पेट से जुडी बीमारियों को दूर करता है और हमारी रोगप्रतिकारक शक्ति को दुरुस्त करता है| गुड़ लोह तत्व का एक प्रमुख स्त्रोत माना जाता है| इसके अलावा गुड़ में आयरन,कैल्सियम,फॉस्फोरस आदी तत्व पाए जाते है| इस पदार्थ में इस्तेमाल होने वाली सारी चीजे हमारे स्वास्थ के लिए बेहद लाभ कारक है| इसलिये इस पौष्टिक पदार्थ का सेवन हमें जरूर करना चाहिए|
- १ कप बेसन(२०० ग्राम )
- १ कप गुड(३०० ग्राम )
- तलने और मोयन के लिये तेल
- १ छोटी चम्मच घी
- १ चम्मच काले तिल
- १ चम्मच सौंठ पाउडर
गुड़ बेसन सेव बनाने की विधि: How to make Besan ke sweet sev
स्टेप १ :
- सबसे पहले एक बाऊल मे बेसन लेकर उसमे दो बड़े चम्मच गरम तेल का मोयन डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लिजिये ।
- तेल अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद उसमे से थोड़ा मिश्रण हाथो में लेकर मुठ्ठी मे दबाकर देखे, उस मिश्रण का गोला बनना चाहिए।
- अब उसमे जरूरत के अनुसार थोडा-थोडा पानी डालकर एकदम साॅफ्ट आटा गूंद ले ।(ध्यान रखे आटा सख्त ना गूंदे) |
- अपने हाथोंपर तेल लगाकर अच्छीतरह से मसल-मसल कर मुलायम आटा गूंध लीजिये |
- सांचे में से आसानी से सेव निकल सके उतना सॉफ्ट आटा गूंधकर तैयार कर लीजिये |
- आटा गूंधने के बाद 20 मिनट सेट होने के लिए छोड दे।
स्टेप २ :
- बीस मिनट बाद जब आटा अच्छीतरह से सेट हो जाये, तब कढाई मे तेल डालकर गरम करने के लिए रख दीजिए।
- सेव बनाने का सांचा(मशीन) लेकर उसमे अंदर की सतह पर तेल लगाकर उसे चिकना कर ले।
- सांचे मे बड़ी छेद वाली सेव बनाने की जाली लगाकर सेट कर लिजिये।
- अपने दोनों हाथों पर थोड़ा तेल लगाकर जो आटा हमने गूंधकर रखा है, उसमे से थोडी लोई लेकर उसे लंबगोलाकार आकार दे |
- अब उसे सांचे मे अच्छी तरह से दबा दबाकर भर लिजिये। ताकि उसके अंदर हवा ना रहे।
स्टेप ३ :
- अब कड़ाई में पर्याप्त मात्रा में तेल डालकर गरम करने रख दिजिये |
- तेल में सेव डालने से पहले तेल तलने लायक गरम हुआ है या नहीं ये चेक करने के लिये, तेल में गूंधे हुए आटे में से थोडासा टुकड़ा डालकर देखे |
- तेल गरम होने बाद गैस को मध्यम आंच पर रख कर, उसमे सांचे को प्रेस करते हुए गोल-गोल घुमाते हुए तेल मे सेव डाले।
- एक बार मे आसानी से कढ़ाई मे सेव तली जा सके,उतनी ही सेव कढ़ाई में डाले।
- जब सेव तैरकर उपर की और जाये,तब उसे झारे से पलट लिजिये।
- इसी तरह अलट-पलट कर गोल्डन ब्राउन होकर कुरकुरा होने तक सेव तलिये।
- बाकि बचे हुए आटे से इसी तरह सेव बनाकर तैयार कर लिजिये |
- जब सेव तलकर तैयार हो जाये तब उसका तेल निथार कर अलग टिशू पेपर पर निकालकर प्लेट में रख दीजिए ।
स्टेप ४ :
- अब गुड के बारिक बारिक तुकडे काटकर रखिये या फिर कद्दूकस कर लिजिये।
- पैन मै एक चम्मच घी डालकर उसमे बारीक़ टुकड़े किया हुआ गुड डालकर धीमी आंच पर पिघलने के लिए रख दे |
- गुड़ पिघलने तक लगातार चम्मच से हिलाते रहे। नहीं तो गुड़ कड़ाई के तल में चिपक जायेगा |
- अब उसमे काले तिल और सौंठ पाउडर डालकर अच्छी तरह चम्मच से मिक्स कर लिजिये|
- अब सेव के तुकडे करके उसमे डाल दीजिए और सेव पर गुड़ की अच्छी तरह परत (कोटिंग) आने पर गैस को बंद कर लिजिये।
- अब ठंडा होने तक लगातार कलछी से हिलाते हुए अलट-पलट कर सेव के उपर पूरी तरह से गुड की कोटिंग होने तक अच्छी तरह हिलाइये |
- लगातार हिलाते हुए थंडा करे, धीरे-धीरे गुड की चाशनी जमना शुरू हो जायेगी और उसके सेव पर परत बन जाएगी |
- लेकिन ध्यान रहे थंडा होने तक लगातार चम्मच से हिलाते रहे ताकि वह सेव आपस मे ना चिपके ।
- अगर इस बात का ध्यान नहीं रखा तो सेव आपस मे चिपककर इकठ्ठा हो जायेगी और चाशनी उसपर सभी तरफ से अच्छी तरह से चिपक नही पायेगी। और उसका लड्डू बन जायेगा।
- जब सेव पूरी तरह ठंडी हो जाये और अलग अलग हो जाये तब उसे प्लेट मे निकालकर रख दीजिए।
- लिजिये आपकी स्वादिस्ट और मिठास भरी सेव तैयार हो गयी |
- अब उसे एयर टाईट कंटेनर मे भरकर रख दीजिए और जब मन चाहे तब इसका आस्वाद ले |
सुझाव :Tips
- सेव को मध्यम आंच पर ही तले ताकि वह अंदर तक खस्ता हो सके।
- सेव पर गुड़ की कोटिंग होते ही तुंरत गैस बंद कर ,लगातार कलछी से हिलाते हुए ठंडा करे |
- गुड़ पिघलने के बाद उसे ज्यादा नहीं पकाना है |
- इसके लिए साधा गुड़ इस्तेमाल करना है | चिक्की का गुड़ नहीं इस्तेमाल करे |
- आप इसमें सौंठ पाउडर की जगह अदरक को कद्दूकस करके भी इस्तेमाल कर सकते है |
🌼 गुड़ और बेसन से बनी सेव के सेहतमंद फायदे :Health Benefits of Sweet Gur Besan Sev
👉 एनिमिया में लाभ : चना और गुड़ एकसाथ खाने से आयरन के साथ प्रोटीन भी प्राप्त होता है | गुड़ में भरपूर मात्रा में आयरन होता है| यह हिमोग्लोबिन को बढ़ाता है | इसके सेवन से एनिमिया में बहुत लाभकारी होता है |
👉 हाई ब्लड प्रेशर : गुड़ ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने में काफी उपयोगी होता है | हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को गुड़ का सेवन करने की सलाह दी जाती है |
👉 कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल : बेसन में फायबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए उपयुक्त होता है | एक शोध के अनुसार बेसन को आहार में शामिल करने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में काफी सहायक हो सकता है |
👉 मोटापा : बेसन के कार्बोहाईड्रेट होता है जो मोटापे को बढ़ने नहीं देता और अच्छी मात्रा में फाइबर होता है जो ह्रदय के स्वस्थ में लाभ कारक होता है |
👉 कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल : बेसन में फायबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए उपयुक्त होता है | एक शोध के अनुसार बेसन को आहार में शामिल करने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में काफी सहायक हो सकता है |
👉 मोटापा : बेसन के कार्बोहाईड्रेट होता है जो मोटापे को बढ़ने नहीं देता और अच्छी मात्रा में फाइबर होता है जो ह्रदय के स्वस्थ में लाभ कारक होता है |
👉 हड्डी की मजबूती : गुड़ में कैल्शियम और फोर्स्फ़ोरस भरपूर मात्रा में होने के कारन हड्डिया मजबूत होने के लिए उपयुक्त है |
👉 इम्युनिटी को बढ़ाता है : बेसन और गुड़ का सेवन करने से रोगप्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करता है | और हमारे स्वास्थ को बेहतर रखने में उपयोग होता है |
🌸 अन्य रेसिपीज देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे |
👉 मूंगफली और गुड़ की स्वास्थ वर्धक और स्वादिष्ट चिक्की रेसिपी देखने लिए यहाँ लिंक पर क्लिक करे|
👉 सर्दियों में विशेष लाभकारक तिल मूँगफली की चिक्की रेसिपी देखने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक करे |
👉 तिल गुड़ मूंगफली की बर्फी की रेसिपी देखने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक करे |